गर्भस्थ शिशु किसी वस्तु को भी ले सकता है।
अपने सिर को आगे पीछे हिला सकता है,
अपने जबड़े खोल और बंद कर सकता है,
जीभ हिला सकता है, सांस भर सकता है
और तन सकता है।
चेहरे के स्नायु संग्राहक, हाथों की हथेलियां
तथा पैरों के तलवे हल्का स्पर्श महसूस कर सकते हैं।
पैर के तलवे पर हलके स्पर्श की
प्रतिक्रियास्वरूप गर्भस्थ शिशु
नितंब और घुटने को मोड़ सकता है
तथा पैर के अंगूठे मोड़ सकता है।